बज रहे नगाड़े
मच रही धूम
कही – कही
उड़ रहे गुलाल
जय हो नया साल
कही चल रहा व्हिस्की
कही चल रहा रम
हो रही है पार्टी
साथ मे सबाब
जय हो नया साल
हो रहे धमाके
मन रहा जश्न
मंत्री जी ने दी बधाई
जनता प्रसन्न
और क्या चाहिए जनाब
जय हो नया साल
हर जगह बन रहा
चिकेन मंचूरियन खास
उस गली का बच्चा
आज भी खाया
रोटी बिना प्याज
जय हो नया साल
चमचम गड्डी निकली
बेंड बाज्जे के साथ
रस्ते में खड़ा रिक्शावाला
दिया हवालदार ने
दो चार हाथ
जय हो नया साल
धनिया आज भी पिटी
तनेसर महाजन से
झिड़का उस बनिए ने
शनिचरी को सौ बार
जय हो नया साल
अब कतना जय करे
जय की जगह
हर जगह है
जय हो इंडिया
जय हो भारत
जय हो नया साल
रामानुज दुबे
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