याद आती हो मुझे बार बार
एक लम्बा अरसा हुआ
तेरे आँचल में सोए
छाती पर शर रख
फफक कर रोए
मैया
याद आती हो मुझे बार बार
तुम जब भी
सहलाती मेरे बाल
खिचती मेरे नाक को
चूमती मेरे गाल
तेरे गोद में सिमट जाता
मेरा पूरा संसार
मैया
याद आती हो मुझे बार बार
तुम रहना
सदा मेरे साथ
चाहता हूँ
बना रहूँ शिशु
चिरकाल
तेरे साथ खेलूँ
करता रहूँ नखरे
तू हस कर कहती रहना
अब तो कर बस रे
रामानुज दुबे
MAA BHI HAMESHA AISE HI SOCHTI HAI APNE BACHCHE KE LIYE .....
ReplyDeleteha didi.........sahi kaha aapne..............
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